पाकिस्तान के बाद अब मालदीव भी होने वाला है कंगाल, चीन बना मालदीव के कंगाली की वजह
Maldives: पाकिस्तान और श्रीलंका की तरह मालदीव के सामने भी अब भारी भरकम आर्थिक समस्या खड़ी हो चुकी है। मालदीव के बढ़ते आर्थिक संकट के बीच भारत ने शुक्रवार को कहा है कि वह स्थिति के बारे में बाहरी देश के साथ निकट संपर्क में मालदीप की अर्थव्यवस्था पर बढ़ते दबाव के बारे में बात करेगा, जिसका मुख्य कारण कर्ज का संकट है। तो चलिए थोड़े विस्तार से जानते हैं कि आखिर मालदीव किन परिस्थितियों से जूझ रहा है।
कर्ज़ के कारण मालदीव परेशान
आपको बता दे की मालदीव की अर्थव्यवस्था कर्ज संकट के कारण बढ़ती हुई नजर आ रही है। चीन और तुर्की उस पर डोले डाल रहे हैं। मालदीव्स इन देशों के साथ लगातार ऐसे समझौते कर रहा है जो उसे कंगाली के दलदल में धकेल रहा है। इसी स्थिति को देखते हुए भारत ने बिना चीन, तुर्की का नाम लिए मालदीव को सावधानी बरतने की सलाह दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि हम मालदीव के अधिकारियों के साथ उनकी स्थिति को लेकर करीबी संपर्क में हैं। जायसवाल ने कहा कि मालदीव सरकार द्वारा किए गए कुछ समझौतों पर भी जिक्र किया, जिससे समस्या होने की संभावना है, और यह चिंता का विषय है देश मंत्रालय ने कहा कि हमें अपनी नीतियों को बनाते समय कुछ चीजों का ध्यान रखने की जरूरत है।
BGB में होगी हर मुद्दों पर बात
विदेश मंत्रालय ने यह भी बताया है कि बीएसएफ और बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश यानी कि BGB के होने वाली बातचीत में सभी मुद्दों पर चर्चा होगी। मुख्य मुद्दा बॉर्डर को लेकर हुए समझौते के सम्मान का है, हमें उम्मीद है कि बांग्लादेश इसे समझेगा। आपको बता दें कि बीएसएफ और BGB के बीच महानिदेशक स्तर की वार्ता 17 फरवरी से 20 फरवरी तक नई दिल्ली में होनी है। जायसवाल ने कहा उम्मीद करते हैं कि सभी आपसी सहमती से, समझौते का सम्मान किया जाएगा। यह सीमा सुरक्षा बल के बीच संरक्षित संवाद का आधार बनाते हैं।